NCERT Solutions for Class 11 Humanities Hindi Chapter 2 राजस्थान की रजत बूँदें are provided here with simple step-by-step explanations. These solutions for राजस्थान की रजत बूँदें are extremely popular among Class 11 Humanities students for Hindi राजस्थान की रजत बूँदें Solutions come handy for quickly completing your homework and preparing for exams. All questions and answers from the NCERT Book of Class 11 Humanities Hindi Chapter 2 are provided here for you for free. You will also love the ad-free experience on Meritnation’s NCERT Solutions. All NCERT Solutions for class Class 11 Humanities Hindi are prepared by experts and are 100% accurate.
Page No 20:
Question 1:
राजस्थान में कुंई किसे कहते हैं? इसकी गहराई और व्यास तथा सामान्य कुओं की गहराई और व्यास में क्या अंतर होता है?
Answer:
छोटा कुआँ कुंई कहलाता है। इसे हम कुएँ का स्त्रीलिंग कह सकते हैं। इसकी गहराई और व्यास में अंतर होता है। कुएँ सौ-दो सौ हाथ तक खोदे जाते हैं जबकि कुंई को 60-65 हाथ नीचे तक खोदा जाता है। कुएँ का व्यास बहुत अधिक होता है। इसके विपरीत कुंईयों का व्यास बहुत ही कम होता है। इसके कम व्यास के कारण पानी को वाष्पित होने से रोका जाता है।
Page No 20:
Question 2:
दिनोदिन बढ़ती पानी की समस्या से निपटने में यह पाठ आपकी कैसे मदद कर सकता है तथा देश के अन्य राज्यों में इसके लिए क्या उपाय हो रहे हैं? जानें और लिखें?
Answer:
देश के अन्य राज्यों द्वारा इसके लिए निम्नलिखित उपाय हो रहे हैं-
(क) नदियों के जल का महत्व समझा रहा है और उनकी साफ-सफाई पर ध्यान दिया जा रहा है। हर राज्य इस स्तर पर कार्य करने में लगा हुआ है। वाराणसी तथा हरिद्वार में गंगा की सफाई में ध्यान दिया जा रहा है।
(ख) प्राकृतिक जल स्रोतों को बचाया जा रहा है तथा इनका जीर्णोद्धार किया जा रहा है।
(ग) जल संरक्षण पर अब पुनः विचार हो रहा है। पुराने तरीकों की ओर प्रत्येक राज्य की सरकार का ध्यान गया हुआ है।
Page No 20:
Question 3:
चेजारों के साथ गाँव-समाज के व्यवहार में पहले की तुलना में आज क्या फ़र्क आया है? पाठ के आधार पर बताइए।
Answer:
Page No 20:
Question 4:
निजी होते हुए भी सार्वजनकि क्षेत्र में कुंइयों पर ग्राम्य समाज का अंकुश लगा रहता है। लेखक ने ऐसा क्यों कहा है?
Answer:
Page No 20:
Question 5:
कुंई निर्माण से संबंधित निम्न शब्दों के बारे में जानकारी प्राप्त करें- पालरपानी, पातालपानी, रेजाणीपानी।
Answer:
पालरपानी- यह पानी बरसात द्वारा प्राप्त होता है। इसे नदी, तालाब तथा धरती पर देखा जा सकता है।
पातालपानी- यह पानी भूजल से मिलता है। इसके स्रोत कुएँ होते हैं। यह पीने में खारा होता है।
रेजाणीपानी- यह ऐसा पानी होता है, जो वर्षा के माध्यम से धरती से नीचे चला जाता है लेकिन किन्हीं कारणों से भूजल में मिल नहीं पाता है। इसी को रेजापानी कहते हैं। यह नाम इसे वर्षा मापने की विधि से मिला है। इस विधि को रेजा कहा जाता है। इससे धरती में समाए पानी को मापा जाता है।
View NCERT Solutions for all chapters of Class 14