NCERT Solutions for Class 12 Humanities Hindi Chapter 18 निर्मल वर्मा are provided here with simple step-by-step explanations. These solutions for निर्मल वर्मा are extremely popular among Class 12 Humanities students for Hindi निर्मल वर्मा Solutions come handy for quickly completing your homework and preparing for exams. All questions and answers from the NCERT Book of Class 12 Humanities Hindi Chapter 18 are provided here for you for free. You will also love the ad-free experience on Meritnation’s NCERT Solutions. All NCERT Solutions for class Class 12 Humanities Hindi are prepared by experts and are 100% accurate.
Page No 139:
Question 1:
अमझर से आप क्या समझते हैं? अमझर गाँव में सूनापन क्यों है?
Answer:
Page No 139:
Question 2:
आधुनिक भारत के 'नए शरणार्थी' किन्हें कहा गया है?
Answer:
Page No 139:
Question 3:
प्रकृति के कारण विस्थापन और औद्योगीकरण के कारण विस्थापन में क्या अंतर है?
Answer:
Page No 139:
Question 4:
यूरोप और भारत की पर्यावरणीय संबंधी चिंताएँ किस प्रकार भिन्न हैं?
Answer:
Page No 139:
Question 5:
लेखक के अनुसार स्वातंत्र्योत्तर भारत की सबसे बड़ी ट्रैजडी क्या है?
Answer:
Page No 139:
Question 6:
औद्योगीकरण ने पर्यावरण का संकट पैदा कर दिया है, क्यों और कैसे?
Answer:
Page No 139:
Question 7:
निम्नलिखित पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिए-
(क) आदमी उजड़ेंगे तो पेड़ जीवित रहकर क्या करेंगे?
(ख) प्रकृति और इतिहास के बीच यह गहरा अंतर है?
Answer:
(क) प्रकृति तथा मनुष्य का बहुत गहरा संबंध है। मनुष्य सदैव से प्रकृति के साथ तालमेल बिठाकर जीया है। अतः यदि मनुष्य दुखी होता है, तो इसका असर प्रकृति पर भी पड़ता है। पेड़ और मनुष्य का रिश्ता सदियों से साथ का रहा है। पेड़ों ने मनुष्य सभ्यता को बढ़ाया ही नहीं है बल्कि उनका पालन-पोषण भी किया है। अतः जब मनुष्य ही अपने परिवेश से हटा दिए जाएँगे, तो पेड़ कैसे प्रसन्न रह सकते हैं। यही कारण है कि आदमी के उजड़ने पर पेड़ों का जीवित रहना संभव नहीं है।
(ख) प्रकृति और इतिहास के बीच का अंतर उनके स्वभाव से स्पष्ट हो जाता है। प्रकृति जब किसी आपदा को भेजती है, तो पुनः मनुष्य को जीने का अवसर प्रदान करती है। यह सब ही जानते हैं कि इतिहास जब मनुष्य सभ्यता को उजाड़ता है, तो उसके अवशेष ही मात्र रह जाते हैं। उनके पुनः बसने की आशा ही समाप्त हो जाती है।
Page No 139:
Question 8:
निम्नलिखित पर टिप्पणी कीजिए-
(क) आधुनिक शरणार्थी
(ख) औद्योगीकरण की अनिवार्यता
(ग) प्रकृति, मनुष्य और संस्कृति के बीच आपसी संबंध
Answer:
(क) आधुनिक शरणार्थी उन्हें कहा गया है, जिन्हें औद्योगीकरण की आँधी के कारण विस्थापन का ज़हर भोगना पड़ा है। इन्हें अपने पैतृक निवास, खेत-खलियान और यादों से हमेशा के लिए हटा दिया गया है।
(ख) सभी जानते हैं कि मनुष्य के विकास के लिए औद्योगीकरण बहुत आवश्यक है। यह विकास को गति प्रदान करता है। विकास के नए साधन उपलब्ध करवाता है। इसकी कीमत पर प्रकृति का दोहन उचित नहीं है। हमें औद्योगीकरण को बढ़ावा देने से पूर्व यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि इससे प्रकृति और मनुष्य के संबंध को नुकसान न पहुँचे।
(ग) प्रकृति, मनुष्य और संस्कृति के बीच सदियों से गहरा संबंध रहा है। प्रकृति ने ही मनुष्य का लालन-पोषण किया है। मनुष्य के विकास के साथ-साथ संस्कृति का विकास हुआ है। यदि इनमें से कोई एक कड़ी टूटती है, यह मानना कि बाकी को कोई नुकसान नहीं पहुँचेगा मूर्खता होगी। अतः हमें प्रयास करना चाहिए कि इनके मध्य के संबंध को जोड़े रखें। किसी भी कारण से इन्हें टूटने न दें।
Page No 139:
Question 9:
निम्नलिखित पंक्तियों का भाव-सौंदर्य लिखिए-
(क) कभी-कभी किसी इलाके की संपदा ही उसका अभिशाप बन जाती है।
(ख) अतीत का समूचा मिथक संसार पोथियों में नहीं, इन रिश्तों की अदृश्य लिपि में मौजूद रहता था।
Answer:
(क) इसका भाव सौंदर्य देखते ही बनता है। लेखक एक गहरी बात को बहुत सुंदर शब्दों में व्यक्त करता है। वह इन शब्दों के माध्यम से बताना चाहता है कि यदि कोई इलाका खनिज संपदा से युक्त है, तो नहीं मानना चाहिए कि वह उसके लिए वरदान है। गहराई से देखें, तो वह उसके लिए अभिशाप बन जाता है। ऐसा अभिशाप जो उसके नष्ट होने का कारण बन जाता है। उसकी खनिज संपदा का दोहन करने के लिए उस स्थान को उजाड़ दिया जाता है।
(ख) इस पंक्ति के माध्यम से लेखक ने प्रकृति तथा मनुष्य के मध्य संबंध की घनिष्टता को बहुत ही सुंदर रूप में अभिव्यक्त किया है। शब्दों के मोती भाव को इतनी सुंदरता से व्यक्त करते हैं कि पंक्ति पढ़कर ही मन प्रसन्न हो जाता है। इसमें लेखक बताना चाहता है कि भारतीयों ने प्रकृति के साथ अपने गहरे संबंध को इतिहास में नहीं लिखा है बल्कि उसे रिश्तों में इस प्रकार रचा-बसा लिया है कि उसे अक्षरों की आवश्यकता नहीं है। वह आँखों से ही दिखाई दे जाता है। इसके लिए हमें इतिहास में नहीं बल्कि अपने आस-पास देखने की आवश्यकता है। जो हमारे खानपान, रहन-सहन, वेशभूषा, तीज-त्योहार, रीति-रिवाज़ के माध्यम से अभिव्यक्त होता है।
Page No 140:
Question 1:
पाठ के संदर्भ में निम्नलिखित अभिव्यक्तियों का अर्थ स्पष्ट कीजिएः
मूक सत्याग्रह, पवित्र खुलापन, स्वच्छ मांसलता, औद्योगीकरण का चक्का, नाजुक संतुलन
Answer:
✤ मूक सत्याग्रह- जब हम किसी बात के विरोध स्वरूप चुप रहकर सत्य के लिए आग्रह करते हैं, तो इसे मूक सत्याग्रह कहते हैं। अमझर गाँव के लोगों द्वारा यह सत्याग्रह किया गया था।
✤ पवित्र खुलापन- प्रायः खुलापन अपवित्रता की निशानी मानी जाती है। इसमें मनुष्य अपनी लज्जा को खो देता है। पवित्र खुलापन में ऐसा नहीं होता है। संबंधों की पवित्रता पर ध्यान रखा जाता है, तब खुलकर बोला जाता हैं। अमझर गाँव के लोगों के पहले की जीवन शैली को इसी पवित्र खुलापने के अंदर रखा गया है।
✤ स्वच्छ मांसलता- ऐसा शारीरिक सौंदर्य तथा सौष्ठव जिसमें अश्लीलता के स्थान पर पवित्र भाव हो। लेखक यह पंक्ति गाँव की चावल के खेत रोपती स्त्रियों के लिए कहता है।
✤ औद्योगीकरण का चक्का- विकास और प्रगति के लिए किया गया तकनीकों से युक्त प्रयास ही औद्योगीकरण कहलाता है।
✤ नाजुक संतुलन- ऐसा संबंध जो हमेशा दो लोगों के मध्य होता है। इसे ज़रा-सा धक्का तक तोड़ देता है। ऐसा ही नाजुक संतुलन लेखक ने मनुष्य, प्रकृति तथा संस्कृति के मध्य बताया है।
Page No 140:
Question 2:
इन मुहावरों पर ध्यान दीजिए-
मटियामेट होना, आफत टलना, न फटकना
Answer:
✤ आफत टलना- मुसीबत चली जाना।
✤ न फटकना- पास न आने देना या पास न जाना।
Page No 140:
Question 3:
Answer:
Page No 140:
Question 1:
विस्थापन की समस्या से आप कहाँ तक परिचित हैं? किसी विस्थापन संबंधी परियोजना पर रिपोर्ट लिखिए।
Answer:
खास रिपोर्ट
Page No 140:
Question 2:
Answer:
Page No 140:
Question 3:
अपने क्षेत्र की पर्यावरण संबंधी समस्याओं के समाधान हेतु संभावित उपाय कर एक रिपोर्ट तैयार कीजिए।
Answer:
View NCERT Solutions for all chapters of Class 16